Saturday, 19 April 2025

डॉ राघवेन्द्र मिश्र 

भजन गीत: 

"योगी राज की शुभ बयार"


योगी नाम बहे पुण्य पवन,
रामभक्ति में रमा ये जीवन।
सेवा, सुरक्षा, नीति-प्रचार,
जन-जन को मिला उपकार॥

 कानून और न्याय की गाथा,
अपराधी पर चली प्रभु की बाथा।
बुलडोज़र बना धर्म का अस्त्र,
गुंडों पर चला न्याय का शस्त्र॥

 मातृ-शक्ति को दिया सम्मान,
"मिशन शक्ति" का पावन गान।
सुमंगला कन्या मुस्काई,
हर थाने में नारी राह पाई॥

किसान को दी निधि सम्मान,
कर्ज माफी से खिला किसान।
नहरों से जल बहाया,
फसल बीमा से हक दिलाया॥

अभ्युदय ज्ञान की रचना,
मुफ्त कोचिंग से बढ़ी रमना।
युवाओं को मिला रोजगार,
मुद्रा और स्टार्टअप उपहार॥

स्किल से संजीवनी आई,
कुम्भ से पहचान बनाई।
उद्योगों का लगा मेला,
यूपी बना निवेश का रेला॥

कोरोना में न डगमगाया,
टीका, राशन सबको पहुँचाया।
मजदूरों को घर लाया,
सेवा का इतिहास रचाया॥

अयोध्या में दीप जले,
रामलला के चरण खिले।
काशी में कॉरिडोर सजा,
धर्म नगरी नव यश गजा॥

आवास दिया, जल पहुँचाया,
हर गाँव में दीप जलाया।
सड़क, बिजली बना सहारा,
गावों ने भी पहना उजियारा॥

हर थाने में जनता की सुनवाई,
सीएम हेल्पलाइन ने पीड़ा मिटाई।
ई-सेवा बनी सुलभ अधिकार,
योगी राज ने बदले विचार॥

योगी तेरा नीति महान,
रामराज्य की करे पहचान।
सेवा में जो सच्चा हो ,
वो ही जनप्रिय अच्छा हो॥

रामभक्ति में कर्म समर्पित,
जनसेवा में जीवन अर्पित।
भारत माँ का सच्चा लाल,
योगी जी हो देश के भाल॥

@Dr.Raghavendra Mishra 

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