कटत–कटत सब कट गये = 13
जीवन के अब कष्ट= 11
कात्यायनी वरहि दीहु =13
धीरज न होयि नष्ट= 11
(कटत–कटत सब कट गये,
जीवन के अब कष्ट l
कात्यायनी वरहि दीहु,
धीरज न होयि नष्ट ll)
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