Wednesday, 11 June 2025

ग्यारह वर्ष की योजनाएँ : मोदी युग की भारतगाथा

डॉ. राघवेन्द्र मिश्र JNU (लेखक/रचनाकार)

जन-जन को बैंकों से जोड़ा, शुरू हुई जन-धन की बात,
हर हाथ में खाता पहुँचा, यही है समरसता का साथ।
ये अभूतपूर्व योजना, गरीबों की मुस्कान बनी
मोदी युग की पहली सुबह में, जन-धन से बात बनी।।

स्वच्छता की शंखध्वनि जब, उठी गाँधी के नाम,
हाथों में झाड़ू थाम चले सब, हो गया देश अभिराम।

"स्वच्छ भारत" का नारा था, वो था संकल्प महान,
हर गली, हर गाँव बसा, स्वच्छता का अभिमान।।

"मेक इन इंडिया" की लहर चली, बना निर्माण का पर्व,
विदेशी पूँजी आयी बढ़कर, स्वदेशी को दिया गर्व।
उद्योगों का संजाल रचा, रोजगारों की आयी बौछार,
नवभारत ने पाया फिर से, स्वावलंबन का उपहार।।

"बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ", जब गूँजा नारा यह पावन,
लिंगानुपात में आयी सुधार, जागे जन मन भावन।
कन्यादान और उत्तम शिक्षा, सबसे बड़ा उपहार,
नवयुग की नारी बनी अब, राष्ट्र की दिशा-प्रकाशित धार।।

मुद्रा, उज्ज्वला, अटल पेंशन जनजीवन में आये रंग,
छोटे व्यापारी, माँ और वृद्ध सबके लिए बने हैं संग।
गैस चूल्हे से निकली मुस्कान, बिना गारंटी मिला व्यापार,
अवसरों की आंधी चली है, सशक्त हुआ हर परिवार।।

डिजिटल इंडिया बना इरादा, हाथों में मोबाइल शक्ति,
हर सेवा पहुँची ऑनलाइन, जुड़ गई गाँवों में 
भक्ती।

राशन, पेंशन, बैंक, इलाज सब अब मोबाइल के पास,
एक क्लिक में बसा है अब, सारा भारत ख़ास।

फसल बीमा बनी किसान की ढाल,
प्राकृतिक विपदा में भी ना हो बेहाल।
किसान सम्मान निधि से आता छह हजार का प्यार,
मोदी ने किसानों को दी, आर्थिक आत्मनिर्भरता अपार।।

आयुष्मान भारत का दीप जला, स्वास्थ्य का लाया उजियारा,
5 लाख तक की मुफ्त चिकित्सा, बना जनहित का सहारा।
गाँव-गाँव में स्वास्थ्य केंद्र, सेवा में डटे युवा,
भारत की स्वास्थ्य क्रांति में, मोदीमय भारत हुआ।।

एक देश, एक राशन कार्ड, चला जब मजदूरों के नाम,
भूखा ना रह जाए कोई, हर कोना बने सुगम धाम।
गरीब कल्याण अन्न योजना से भर गया हर थाल,
कोरोना में भी भूख से, न लड़ा कोई बाल।।

वंदे भारत, तेज गति से भागी, बनी नवभारत की रेल,
गति शक्ति से बढ़े बुनियादी ढाँचा, पुल, सड़क, सुरंग, रेल।
सेतु भारतम, स्मार्ट सिटी, भारतमाला, सागरमाला की चाल,
देश में विकास की रेल चली, और आत्मबल बना विशाल।।

धारा 370 जब हटी, जम्मू-कश्मीर ने पाया मान,
एक संविधान, एक विधान, भारत ने पाया एक गान।
रामलला का मंदिर बना, अयोध्या हुई धन्य महान,
नव निर्माण, नव संस्कृति का, प्रारंभ हुआ नव अभियान।।

हर घर नल, हर घर जल, जल जीवन का मिला समाधान,
गाँव की बहनों ने पाई, अब पानी की निज स्वतंत्रता व पहचान।
हर घर तिरंगा लहराया, एक भारत श्रेष्ठ भारत बन गया,
संस्कृति और राष्ट्रप्रेम से, देश का रोम-रोम सज गया।।

AIIMS, IIT, नव विश्वविद्यालय, बनी शिक्षा की नई बहार,
नई शिक्षा नीति से जागी, ज्ञान की नव विचारधार।
नवोदय से लेकर डिजिटल शिक्षा, हर कोना शिक्षित हुआ,
मोदी युग में ज्ञान का दीपक, देश-देशांतर तक फैला।

अमृतकाल की ओर बढ़े हैं, भारत के नव चरण,
दशकों की दूरी तय कर दी, एक युग में गिने गगन।
हर नीति, हर योजना में, दिखा भारत का स्वाभिमान,
मोदी युग ने रचा है अब, आत्मनिर्भर राष्ट्र महान।।

योजनाएँ सभी भारत विकाश की, वह हैं युगनिर्माण के शिलालेख,
हर श्रेणी, हर समाज को छूते, बने यह राष्ट्रभक्ति के रेख।
मोदी युग का गान अमर है, विकास पथ पर भारत है,

जहाँ नीति, संकल्प और सेवा तीनों मे ही महारत।।

@Dr. Raghavendra Mishra JNU 

8920597559

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